इंद्रधनुष प्रकाश के अपवर्तन और परावर्तन की घटना से बनता है

बारिश या भाप के धूप के संपर्क में आने पर पानी की छोटी छोटी बूंदे पारदर्शी प्रिज्म का काम करती हैं

जब सूर्य का प्रकाश बारिश की बूंदों से होता हुआ दर्शक के सामने एक सटीक कोण (42°) पर पड़ता है

तब पानी की बूंद में प्रवेश करने वाला प्रकाश सबसे पहले अपवर्तित होता है और फिर पीछे से वापस परावर्तित होता है

सूर्य का प्रकाश उनसे गुजरते हुए सात अलग अलग रंगों में टूट जाता है. और हमें इंद्रधनुष दिखाई पड़ता है